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जींद जिला के सुभाष ढिगाना का नाम
देश के उन युवकों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने
निष्काम भाव से परोपकारिता के पथ पर चलते हुए जन सेवा को
अपना कर्म क्षेत्र बनाया है
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18 जनवरी - हरियाणा में
स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय सामाजिक सेवा
का पर्याय बन चुके जींद जिला के सुभाष ढिगाना का नाम देश
के उन युवकों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने
निष्काम भाव से परोपकारिता के पथ पर चलते हुए जन सेवा को
अपना कर्म क्षेत्र बनाया है।
नेहरू युवा मण्डल की गतिविधियों में सक्रिय रहकर जीवन
पर्यन्त समाज सेवा का संकल्प ले चुके 34 वर्षीय सुभाष
ढिगाना के नाम का चयन वर्ष 2010-2011 के राष्ट्रीय युवा
पुरस्कार प्राप्त करने वालों की सूची में शमिल कर लिया गया
और युवा कार्यक्रम एंव खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 12
जनवरी को मंगलोर (कर्नाटक) में आयोजित एक ाव्य समारोह में
देश की राष्ट्रपति के प्रतिनिधि के रूप में केन्द्रीय
कारपोरेट मंत्री की श्री एम वीरप्पा मोइली ने भारतीय खेल
मंत्री सीडी सदानंद गौड़ा की उपस्थिति में सुभाष ढिगाना को
राष्ट्रीय युवा पुरस्कार का मैडल,प्रशस्ति पत्र, शाल तथा
भारत सरकार की ओर से 40 हजार रूपए की राशि दी गई। इधर जैसे
की जिला के उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह यालिया को पता चला
कि जींद के युवा का चयन राष्ट्रीय युवा पुरस्कार के लिए
हुआ है तो उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से 40 हजार रूपए की
राशि देने और गणतंत्र दिवस पर स मानित करने की घोषणा की
है। इसी तरह जिला परिषद की चेयरपर्सन वीना देशवाल ने भी 21
हजार रूपए की पुरस्कार राशि देने की बात कही है।
राष्ट्रीय युवा और किशोर विकास कार्यक्रम योजना के अंतर्गत
भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एंव खेल मंत्रालय द्वारा
प्रत्येक वर्ष ऐसे युवाओं को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान
किए जाते है,जिन्होंने विकास कार्यकलापों तथा सामाजिक सेवा
के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा काम किया हो। व्यक्तिगत
युवा पुरस्कार में एक पदक,प्रमाण पत्र एक शाल और 40 हजार
रूपए की राशि दी जाती है। जबकि स्वेच्छिक संगठनों को एक
पदक,एक प्रमाण पत्र एक शाल और दो लाख रूपए की राशि
पुरस्कार स्वरूप दी जाती है।
भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं ेाल मंत्रालय द्वारा
वर्ष 2010-11 के लिए 30 युवा पुरस्कारों की घोषणा की। इनमें
28 व्यक्तिगत पुरस्कार है जिनमें 21 युवक तथा 9 युवतियां
शामिल है। दो पुरस्कार स्वेच्छिक संस्थानों को दिए गए है।
सुभाष ढिगाना जींद जिला के तीसरे ऐसे युवा बन गए है जिन्हें
राष्ट्रीय स्तर पर इतना बड़ा स मान प्राप्त हुआ है। इससे
पूर्व जिला के समाज सेवी सत्यवान ईक्कस व स्वर्गीय सत्यवान
लाठर राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्राप्त कर चुके है। सुभाष
ढिगाना को राष्ट्रीय युवा पृुरस्कार मिलने पर अनेक समाजसेवी
संगठनों ,वरिष्ठ नागरिकों,शिक्षाविदों,प्रशासनिक अधिकारियों
द्वारा बधाई देने का सिलसिला लगातार कई दिनों से जारी है।
जिला के ढिगाना गांव में एक संस्कारित परिवार में जन्में
पले बढ़े सुभाष शर्मा बचपन से ही दूसरों की मदद करने का
जज्बा रखते है। जींद राजकीय महाविद्यालय से स्नातक स्तर की
शिक्षा ग्रहण करने उपरांत नेहरू युवा मण्डल की गतिविधियों
में सक्रिय हो गये। नि:स्वार्थ सेवा भाव के चलते प्रशासनिक
व सामाजिक संगठनों ने सुभाष ढिगाना के उत्कृष्ठ कार्यो को
मान्यता दी। इसका नतीजा यह हुआ कि इन्हे कृषि विज्ञान
केन्द्र सलाहकार समिति का सदस्य बनाया गया। इसी प्रकार
कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए गठित एडवाईजरी समिति का
सदस्य बनाया गयाा। स्वास्थ्य कल्याण समिति, ोल एंव युवा
कल्याण समिति ,साक्षर भारत जैसी समिति का सदस्य बनाया गया।
जिला में चलाए जा रहे राष्ट्रीय स पूर्ण स्वच्छता अभियान
को गति प्रदान करने में सराहनीय कार्य को देखते हुए इन्हे
अभियान का पर्यवेक्षक बनाया गया है। सर्व शिक्षा अभियान
में गांव-गांव जाकर स्कूलों में नहीं जाने वाले बच्चों को
विद्यालयों में प्रवेश दिलवाने और बीच में पढ़ाई छोडने वाले
बच्चों को पुन: स्कूलों में प्रवेश दिलवाने जैसे कार्य में
सक्रिय योगदान दिया है।
सुभाष ढिगाना ने पानी जैसे प्राकृतिक संसाधन के समुचित
प्रयोग को लेकर निकाली गई जल चेतना यात्रा में गांव-गांव
में युवकों को जोडऩे का कार्य किया है। इसी प्रकार जिला
प्रशासन द्वारा चलाए गए पोलियो प्रतिरक्षण अभियानों में भी
सुभाष ढिगाना की भूमिका सराहनीय रही है। एचआईवी /एड्स के
प्रति जागरूकता बारे भी युवाओं को संगठित किया। इन्होंने
स्वयं 23 बार रक्तदान कर अन्य युवाओं को भी इस पुनीत कार्य
से जोड़ा है। इन्हीं के प्रयासों का फल है कि आज जिला में
नेहरू युवा मण्डलों के सहयोग से हर दिन एक स्वेच्छिक
रक्तदान शिविर लगाया जा रहा है। इतना ही नहीं जिला में
युवतियां भी रक्तदान करने के लिए आगे आ रही है। सुभाष
ढिगाना का मानना है कि उनकी मृत्यु के पश्चात ाी यह शरीर
दूसरों के लिए काम आए। ढिगाना ने अपनी मृत्यु के पश्चात
पूरा शरीर ए स नई दिल्ली को दान करने का शपथ पत्र दिया है।
सुभाष ढिगाना ने स्वयं समूहों के गठन में प्रशासनिक
अधिकारियों का सहयोग किया है। जिला को हराभरा बनाने एंव
पर्यावरण सरंक्षण के लिए पौद्यारोपण अभियान चलाकर इसे जन
आंदोलन का रूप देने,मादक पदार्थो के सेवन के आदि हो चुके
युवाओं को व्यसनों से छुटकारा दिलवाने जैसे कार्यो में
महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सुभाष ढिगाना आज अन्य युवाओं
के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गए है। |
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January 18 – Mr
Subhash Dhigana of district Jind has made his marks in
rendering social service to the society in sectors of
health and education and in recognition of yeoman’s
service rendered by him he will be honoured on the
occasion of Republic Day.
Thirty-four years old Subhash Dhigana had taken a pledge
to do social service throughout his life by taking part
in the activities of Nehru Yuva Mandal. He was selected
for national youth award for the year 2010-11. Under the
award, a cash prize of Rs 40,000, a medal, commendation
certificate and a shawl is given.
The Deputy Commissioner of Jind, Dr Yudhvir Singh
Khayalia has also announced to honour Mr Subhash Dhigana
by giving him Rs 40,000 in cash on behalf of district
administration on the occasion of Republic Day function.
Ms Veena Deshwal, Chairperson, Zila Parishad has also
announced to give a cash prize of Rs 21000 to him.
Mr Subhash was born in a well cultured family at village
Dhigana in district Jind. From his childhood he took
keen interest in social service. After doing graduation
from government college, Jind, he took active part in
the activities of Nehru Yuva Mandal.
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